Easter : Easter Bunny और Colorful Eggs का ईस्टर से क्या है कनेक्शन, जानें दिलचस्प बातें
ईस्टर 12 अप्रैल रविवार को है लेकिन इस बार कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते इस रौनक चर्च में देखने को नहीं मिलेगी। गुड फ्राइडे के तीसरे दिन ईस्टर मनाया जाता है। ईसाई धर्म के अनुसार ईसा मसीह को सूली पर लटकाकर कई तरह की शारीरिक यातनाएं दी गईं। जिस दिन ईसा मसीह ने सत्य की रक्षा करते हुए अपना शरीर त्याग दिया उस दिन को गुड फ्राइडे के रूप में मनाया जाता है। ईसा मसीह के शरीर को सुरक्षित कब्र में रखा गया और कहा जाता है कि रविवार के दिन वे पुन: जीवित हो गए। इस दिन को ईस्टर संडे के रूप में मनाया जाने लगा।
माना जाता है कि यीशु ने अपने पुनर्जन्म के बाद 40 दिन रहकर लोगों को दर्शन दिये थे। इसके बाद वे हमेशा के लिए स्वर्ग चले गए थे। इसलिए ईस्टर का जश्न पूरे 40 दिनों तक मनाया जाता है। ईस्टर कस्टम की बात करें, तो आपने फिल्मों, सीरियल्स या अपने आसपास ईसाई दोस्तों से Easter bunny और Easter eggs के बारे में सुना होगा। क्या आप जानते हैं कि ये दोनों चीजें ईस्टर से क्यों जुड़ी हुई हैं? आइए जानते हैं-
ईस्टर से अंडे का कनेक्शन
ईस्टर संडे के दिन अंडों का विशेष महत्व होता है। ईसाई समुदाय के लोग इस दिन अंडों को विशेष रूप से सजाते और संवारते हैं फिर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को अंडे उपहार स्वरूप देते हैं। ईसाई समुदाय में मान्यता है कि अंडे नया जीवन और उमंग का प्रतीक है। जिस तरह से अंडों से नया जीवन निकलता है उस तरह से हर समय मनुष्य के जीवन में भी समय-समय पर नई खुशियां आती हैं इसलिए लोग एक दूसरे को अंडे उपहार में देकर खुशियां मनाते हैं।
ईस्टर संडे के दिन अंडों का विशेष महत्व होता है। ईसाई समुदाय के लोग इस दिन अंडों को विशेष रूप से सजाते और संवारते हैं फिर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को अंडे उपहार स्वरूप देते हैं। ईसाई समुदाय में मान्यता है कि अंडे नया जीवन और उमंग का प्रतीक है। जिस तरह से अंडों से नया जीवन निकलता है उस तरह से हर समय मनुष्य के जीवन में भी समय-समय पर नई खुशियां आती हैं इसलिए लोग एक दूसरे को अंडे उपहार में देकर खुशियां मनाते हैं।
क्या है ईस्टर बनी (Easter Bunny)
बाइबल में ईस्टर से जुड़े किसी खरगोश का ज़िक्र नहीं है, लेकिन ईस्टर बनी इस छुट्टी का सबसे सेक्युलर सिम्बल है। खरगोश प्रजनन और नए जीवन के एक प्राचीन प्रतीक हैं। खरगोशों और ईस्टर के बीच संबंध 17 वीं शताब्दी से माना जाता है और बाद में जर्मन प्रवासियों,अमेरिकन से होता हुआ यह पूरे विश्व में फैल गया। जर्मन ने अंडे देने वाली खरगोश की अपनी परंपरा को भी शुरू किया, जिसे 'ऑस्कर हब्स' कहा जाता है। तब से यह त्योहार बच्चों के बीच पसंदीदा बन गया क्योंकि उन्होंने रंगीन और सजे हुए अंडे देने के लिए ईस्टर बनी के लिए घोंसले बनाए। चारों ओर, यह परंपरा अमेरिका में फैली हुई है।
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